उद्यमी एक अनूठा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो जरूरतों को पूरा करता है और सूक्ष्म उद्यमियों की आकांक्षाएं।
udyaMe is a one of a kind digital platform that caters to the needs and aspirations of micro-entrepreneurs.
Envisioned as a Virtual Village, it helps bridging the information gap and enhance your capacities
through Campus, build new networks through Chaupal, and access high value markets through Bazaar.
हमारे "वर्चुअल एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी" पर जाएँ और आत्मनिर्भरता की ओर अपनी यात्रा शुरू करें।
नवीनतम जानकारी प्राप्त करें और अपने उद्यम को बढ़ने में मदद करने के लिए हमारे भागीदारों से जुड़ें।
“मैने पहली बार सोलह की उम्न में बाइक की सवारी की और यह तब से हीं मुझे बहुत पसंद है. इससे मुझे अपनी आजादी का एक अलग हीं एहसास हुआ, जिसका सपना मैं हमेशा देखा करती थी. मैंने अपने इस जुनून को एक लाभ पाने वाले उद्यम में बदल दिया, जो न केवल मेरे परिवार के जीवनोपर्जन में सहयोग कर रहा है, बल्कि यह मेरी स्कूल जाने वाली लड़कियों के सुरक्षित परिवहन के लिए सेवाएं भी प्रदान कर रहा है. ”
"जब से मैंने उदय मी द्वारा सुझाए गये नए बिज़नेस मॉडल को लागू करना शुरू किया है - जो अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं (हेल्थकेयर वर्करों) के साथ मुझे जोड़कर कई गाँवों के बाज़ारों तक पहुँ चाता है - मेरे ग्राहकों की संख्या मे कई गुना वृद्धि हो गयी है. मुझे यह जानकार एक बेहतर संतुष्टि का अहसास होता है कि मेरे कार्य के द्वारा मेरे समुदाय की युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए बेहतर उत्पाद उपलब्ध हो रहें हैं.
मैं हमेशा स्वयं लिए काम करना चाहता था. मेरा उद्यम, न्यू फैशन लकी मेन्स टेलर मेरी पहचान का एक अभिन्न हिस्सा है. यह गुणवत्ता और सटीकता - वें दो चीजें जिन्हें मैं सर्वाधिक महत्व देता हूं. - को दर्शाता है.
"मेरे गाँव में लड़कियाँ अक्सर कई प्रकार की कलाएँ सीखती हैं जैसे कि सिलाई करना, लेकिन शायद ही कभी उनका कौशल उनके परिवार के आय में वृद्धि में योगदान करने में मुख्य भूमिका निभा पाता है. मुझे तमाम बाधाओं के बावजूद अपने उद्यम, "वैष्णवी सिलाई सेंटर ’की स्थापना कर पाने पर गर्व है. मुझे अपने आसपास की अन्य उभरती हुई महिला उद्यमियों पर भी इतना हीं नाज़ है. एक साथ मिलकर हम सभी तमाम पितृसत्तात्मक मानदंडों को चुनौती दे रहे हैं."
मेरा यह प्रयास मेरे समुदाय के युवा लड़कों और लड़कियों के लिए एक बेहतर और आधुनिक कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के मेरे सपने को पूरा करने की दिशा में सिर्फ़ एक पहला कदम है. मैं उन्हें अपने छोटे से शहर में रहते हुए हीं विश्व स्तर पर संपर्क स्थापित करने का अवसर प्रदान करना चाहता हूं.
जब मैं स्कूल में था, तो मेरे पास दो वक्त के खाने और नये खिलौने खरीदने के लिए भी पर्याप्त साधन नहीं थे. लेकिन अब मेरे तीनों बच्चे स्कूल जाते हैं और आरामदायक जीवन जीते हैं. यह सब कुछ मेरे उद्यम के बिना संभव नहीं होता.
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मेरे मन में कभी भी शहर में नौकरी के लिए आवेदन करने का विचार नहीं आया. मैं अपने गाँव में हीं रहना चाहता था और अन्य लोगों, खासकर मेरे जैसे युवाओं, का विश्वसनीय जानकारी हासिल करने के लिएमार्गदर्शन करना चाहता था. मेरा मानना है कि विश्वसनीय जानकारी मेरे गाँव को शहरों से जोड़ने और उनकी बराबरी प्राप्त करने के लिए पर्याप्त है. ”
'सम्मान' की अवधारणा पर आधारित सख्त जाति संबंधित नियमों वाले समाज मे रहने वाली क्रांति चाहती थी कि महिलाओं के पास ट्रिंकट (छोटे झुमके), मेकअप और सौंदर्य प्रसाधन खरीदने के लिए अपना अलग स्थान हो. 'अंशिका चूड़ियाँ स्टोर' एक दमनकारी वातावरण - जिसे ये महिलाएँ हर समय सहती हैं - में उनके लिए एक छोटे से अभयारण्य की तरह है.
"मुझे खुशी है कि मैं भारत जैसे देश में - जहाँ लगभग हर महीने त्योहार होते रहते हैं - मिठाइयों के डब्बों की निर्माता बन सकी.
“मैने पहली बार सोलह की उम्न में बाइक की सवारी की और यह तब से हीं मुझे बहुत पसंद है. इससे मुझे अपनी आजादी का एक अलग हीं एहसास हुआ, जिसका सपना मैं हमेशा देखा करती थी. मैंने अपने इस जुनून को एक लाभ पाने वाले उद्यम में बदल दिया, जो न केवल मेरे परिवार के जीवनोपर्जन में सहयोग कर रहा है, बल्कि यह मेरी स्कूल जाने वाली लड़कियों के सुरक्षित परिवहन के लिए सेवाएं भी प्रदान कर रहा है. ”
"जब से मैंने उदय मी द्वारा सुझाए गये नए बिज़नेस मॉडल को लागू करना शुरू किया है - जो अन्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं (हेल्थकेयर वर्करों) के साथ मुझे जोड़कर कई गाँवों के बाज़ारों तक पहुँ चाता है - मेरे ग्राहकों की संख्या मे कई गुना वृद्धि हो गयी है. मुझे यह जानकार एक बेहतर संतुष्टि का अहसास होता है कि मेरे कार्य के द्वारा मेरे समुदाय की युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए बेहतर उत्पाद उपलब्ध हो रहें हैं.
मैं हमेशा स्वयं लिए काम करना चाहता था. मेरा उद्यम, न्यू फैशन लकी मेन्स टेलर मेरी पहचान का एक अभिन्न हिस्सा है. यह गुणवत्ता और सटीकता - वें दो चीजें जिन्हें मैं सर्वाधिक महत्व देता हूं. - को दर्शाता है.
"मेरे गाँव में लड़कियाँ अक्सर कई प्रकार की कलाएँ सीखती हैं जैसे कि सिलाई करना, लेकिन शायद ही कभी उनका कौशल उनके परिवार के आय में वृद्धि में योगदान करने में मुख्य भूमिका निभा पाता है. मुझे तमाम बाधाओं के बावजूद अपने उद्यम, "वैष्णवी सिलाई सेंटर ’की स्थापना कर पाने पर गर्व है. मुझे अपने आसपास की अन्य उभरती हुई महिला उद्यमियों पर भी इतना हीं नाज़ है. एक साथ मिलकर हम सभी तमाम पितृसत्तात्मक मानदंडों को चुनौती दे रहे हैं."
मेरा यह प्रयास मेरे समुदाय के युवा लड़कों और लड़कियों के लिए एक बेहतर और आधुनिक कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के मेरे सपने को पूरा करने की दिशा में सिर्फ़ एक पहला कदम है. मैं उन्हें अपने छोटे से शहर में रहते हुए हीं विश्व स्तर पर संपर्क स्थापित करने का अवसर प्रदान करना चाहता हूं.
जब मैं स्कूल में था, तो मेरे पास दो वक्त के खाने और नये खिलौने खरीदने के लिए भी पर्याप्त साधन नहीं थे. लेकिन अब मेरे तीनों बच्चे स्कूल जाते हैं और आरामदायक जीवन जीते हैं. यह सब कुछ मेरे उद्यम के बिना संभव नहीं होता.
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मेरे मन में कभी भी शहर में नौकरी के लिए आवेदन करने का विचार नहीं आया. मैं अपने गाँव में हीं रहना चाहता था और अन्य लोगों, खासकर मेरे जैसे युवाओं, का विश्वसनीय जानकारी हासिल करने के लिएमार्गदर्शन करना चाहता था. मेरा मानना है कि विश्वसनीय जानकारी मेरे गाँव को शहरों से जोड़ने और उनकी बराबरी प्राप्त करने के लिए पर्याप्त है. ”
'सम्मान' की अवधारणा पर आधारित सख्त जाति संबंधित नियमों वाले समाज मे रहने वाली क्रांति चाहती थी कि महिलाओं के पास ट्रिंकट (छोटे झुमके), मेकअप और सौंदर्य प्रसाधन खरीदने के लिए अपना अलग स्थान हो. 'अंशिका चूड़ियाँ स्टोर' एक दमनकारी वातावरण - जिसे ये महिलाएँ हर समय सहती हैं - में उनके लिए एक छोटे से अभयारण्य की तरह है.
"मुझे खुशी है कि मैं भारत जैसे देश में - जहाँ लगभग हर महीने त्योहार होते रहते हैं - मिठाइयों के डब्बों की निर्माता बन सकी.